योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया हैं। जहां शरीर, मन और आत्मा संयुक्त होते हैं। योग करने से न केवल हमारा शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि इससे हमारा दिमाग भी सतर्क रहता है। योग का रोजाना अभ्यास मन की शांति, तनाव मुक्त जीवन, शरीर की थकान, रोग मुक्त शरीर और वजन पर काबू पाने में मददगार साबित होता है। योग का दूसरा नाम सूर्य नमस्कार हैं। योग भारत की प्राचीन परंपरा की अमूल्य देन हैं। यह मन और शरीर की एकता का प्रतीक हैं। अपनी जीवन शैली को बदलकर और चेतना पैदा करके, यह भलाई में मदद कर सकता हैं। आइए सबसे पहले हम सूर्य नमस्कार के बारे में जानते हैं। जिसमे 12 आसनों का योग होता हैं। सूर्य नमस्कार, सूर्य देव को सम्मान देने का एक प्राचीन योग अभ्यास हैं। सूर्य नमस्कार में सात अलग-अलग आसन 12 चरणों में चक्रीय रूप से किया जाता हैं।जो शरीर और दिमाग के लिए काफी लाभकारी माना जाता है। सूर्य नमस्कार को आमतौर पर सुबह का अभ्यास कहा जाता है जिसे भोर में किया जाता हैं।12 आसनों का योग सूर्य नमस्कार शरीर के सभी चक्रों को उत्तेजित करता हैं। इस आसन के अन्य स्वास्थ्य लाभों के अलावा, यह मन की शांति और फोकस को बेहतर करने में अहम भूमिका निभाता हैं। सूर्य नमस्कार करने का सबसे अच्छा समय सूर्योदय हैं। इसके अलावा आप पूरे दिन में किसी भी समय कर सकते हैं। 30 की उम्र पार करने के बाद शरीर का खास ख्याल रखना पड़ता हैं। क्योंकि इसके बाद शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे ही अनेक आसनों के बारे में हम आपको बताएंगे। त्रिकोणासन, उत्तानासन, पवनमुक्तासन, शवासन आदि। योग शरीर को स्वस्थ रखने के साथ ही मस्तिष्क को भी स्थिर रखता हैं।कई बीमारियों से छुटकारा दिलाने के लिए भी विशेषज्ञ योगासन करने की सलाह देते हैं। वैसे तो कई तरह के योगासन हैं जो लाभकारी हैं, लेकिन अगर घर पर बच्चों से लेकर बड़े तक सभी को मिलकर प्रात: योग करना हो तो चार तरह के योगासन हर उम्र के लिए फायदेमंद हैं। नियमित चार योगासनों को बच्चे और बड़े कर सकते हैं। सर्वांगासन, मर्जरासन, प्राणायाम, शीर्षासन आदि। व्यायाम या योगाभ्यास से मोटापा या शरीर की चर्बी को कम किया जा सकता हैं। सबसे फायदेमंद योगासनों में से एक प्राणायाम है, जिसके नियमित अभ्यास से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को विशेष लाभ मिल सकता हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में प्राणायाम का अभ्यास करना बेहद फायदेमंद हो सकता है। दिनचर्या में प्राणायाम को शामिल करके प्रतिरक्षा बढ़ाने के साथ कई तरह के संक्रमण की जटिलताओं को कम कर सकते हैं। बालासन, धनुरासन, गोमुख आसन ,उष्ट्रासन, वीरभद्रासन जैसे आसन शरीर को स्वस्थ रखते हैं।
कन्हैया नगर मेट्रो स्टेशन के पास गंदगी से बुराहाल
कन्हैया नगर मेट्रो स्टेशन के इर्द गिर्द गंदगी की भरमार है। मेट्रो में सफर करने वाले व्यक्तियों के लिए किसी मुसीबत से कम नही है। गंदगी और नहरों की बदबू से परेशान आस पास के लोग और मेट्रो में सफर कर रहे यात्रियों को इस परेशानी से झूझना पड़ रहा है। क्या सफाई के नाम पर केवल छानावृति हो रही है, लेकिन मेट्रो के विकास के बावजूद यहां गंदगी कम नही हुई है। ऐसे में लोगों को गंदगी के प्रभाव को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। अपने आस पास दिख रही गंदगी को साफ करना चाहिए। कई स्थान ज्यादा गंदे होने के कारण लोगों को रिपोर्ट करानी चाहिए। जिससे मेट्रो और वहा के वासियों को किसी भी तरह की कोई बीमारी न हो। कन्हैया नगर मेट्रो के आस पास जाते हुऐ लोगों को इस बदबू भरे नाले का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के चलते बिमारियां और बढ़ने का खतरा है। इसलिए लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है। ताकि वहा के लोग और मेट्रो में सफ़र कर रहे यात्रियों को इसका सामना दोबारा ना करना पड़े । इतने समय से यह नेहर लोगों की बीमारी का कारण बन गई है।
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