आजादपुर मंडी दुनिया की सबसे बड़ी मंडियों में से एक है। जहां हर दिन 20 हजार से अधिक ट्रैको का आना जाना होता है। और एक लाख से अधिक लोग आते हैं। लोगों ने बताया कि एलजी ने मंडी में चारों तरफ सीवेज, खुले में शौच,मरे हुए पशु और कचरा देखा। मंडी में गंदगी देखकर एलजी सक्सेना ने अधिकारियों से बातचीत भी की थी। दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस बीच एलजी विनय सक्सेना ने आजादपुर मंडी का दौरा किया और वहां के हालात देखने के बाद सीएम केजरीवाल के साथ बैठक का फैसला किया।
एलजी सक्सेना ने व्यापारियों समेत विभिन्न हितधारकों से मिली शिकायत के बाद मंडी का दौरा किया था। जिन्होंने मंडी में स्वच्छता की कमी, सार्वजनिक सुविधाओं का अभाव, पार्किंग की दिक्कत और अपर्याप्त फायर सेफ्टी को लेकर शिकायत की थी। एलजी को मंडी का दौरा करते समय जो सबसे गंभीर बात नजर आई। वह मंडी में आने-जाने वाले ट्रकों से उड़ने वाली ज्यादा धूल और गंदा धुआं था। इसके बाद उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को केजरीवाल के सामने उठाएंगे। सबसे अधिक शिकायत कचरे का साफ न होना और व्यवस्थित तरीके से काम न होना इन सब को लेकर की गई थी।
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ अपनी अगली बैठक में आजादपुर मंडी में आने-जाने वाले ट्रकों से निकलने वाली सड़क की धूल और धुएं का मुद्दा उठाया। इसके बाद ही नगर निगम को सफाई के निर्देश दिए गए। उधर, मंडी के व्यापारियों ने एलजी सक्सेना को बताया कि ट्रकों के लिए केवल एक ही प्रवेश द्वार है। जिससे ट्रकों का आना जाना एक ही प्रवेश द्वार से होता है। और उसके कारण लोगों की काफी संख्या में भीड़ जमा हो जाती है। व्यापारियों ने बताया कि मंडी में आग लगने से ऐसी स्थिति दोबारा पैदा हो जाती है। जिससे वहा के लोगों को ज्यादा खतरा होता है। कुछ अन्य व्यापारियों ने शिकायत की मंडी के अंदर ज्यादातर अंधेरा रहता है। और सूर्यास्त के बाद बाजार का एक बड़ा हिस्सा अंधेरे में डूब जाता है। एलजी ने दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों को क्षेत्र से कूड़े के ढ़ेर और निर्माण कार्य से जमा हुए कचरे को तुरंत हटाने के लिए निर्देश दिए।
Write a comment ...